Saturday, 4 February 2012

Maanushke Ghrinaa Kora Bhalo Naa

"মানুষকে ঘৃনা করা ভাল না, 
                 পাপকে ঘৃনা কর,--
             মানুষকে ভালবাস, 
         পারতো তাকে 
             পাপ থেকে মুক্ত করে তোল,--
      ভগবানের আশীর্ববাদ  বর্ষিত হবে 
                       তোমার উপর ." 

                          -- শ্রীশ্রীঠাকুর অনুকূলচন্দ্র 

Joyguru !

परमप्रेममय परमदयाल श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचन्द्र जी 
के इस ब्लॉग में आपका स्वागत है !

दिल्ली सत्संग विहार की ओर से सभी गुरुभाईयों/सज्जनों को मेरा जयगुरु/यथायोग्य प्रणाम.   

इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आप से जुड़ना चाहूँगा.  मेरी कोशिश रहेगी मेरे आराध्यदेव श्रीश्रीठाकुर अनुकूलचन्द्र जी, आचार्य देव श्रीश्रीदादा, सत्संग एवं दिल्ली सत्संग विहार की जरूरत योग्य बातों को आप तक पहुंचाना. इस कोशिश में हो सकता है आपको थोड़ी बहुत त्रुटि मिल जाए, करबद्ध विनती है कृपया उसे मेरी नजर में लाने की कोशिश करेंगे ताकि मैं उसे सुधार सकूँ और आप तक उनकी बहुमूल्य बातों को निर्भूल पहुंचा सकूँ. 

इस दायित्व के निर्वहन में 'उनकी' अशेष आशीर्वाद की जरूरत तो है ही, आपके सुझाव भी महत्वपूर्ण होंगे.  आप चाहें तो अपने सुझाव मेरे ईमेल पर भेज सकते हैं. ईमेल है- delhisatsangvihar@gmail.com 

जयगुरु एक बार फिर!

'उनका ही'
राजीव रंजन,
दिल्ली सत्संग विहार, नई दिल्ली